
पोस्ट ऑफिस की RD (Recurring Deposit) स्कीम में अगर आप हर महीने 500 रुपए जमा करते हैं, तो 5 साल की मेच्योरिटी के बाद आपके पास कुल कितना पैसा होगा, इसे समझना बेहद आसान है। पोस्ट ऑफिस RD में ब्याज की दर हर साल तय होती है और ब्याज तिमाही (क्वार्टरली) कंपाउंड होता है, जिससे आपकी जमा राशि पर ब्याज भी ब्याज कमाता है।
पोस्ट ऑफिस RD स्कीम की विशेषताएं
- न्यूनतम मासिक जमा राशि ₹100 होती है, और यह राशि ₹5 के गुणा में बढ़ाई जा सकती है।
- निवेश अवधि 5 साल (60 महीने) होती है।
- ब्याज दर लगभग 7.1% प्रति वर्ष (2025 के हिसाब से) कंपाउंड क्वार्टरली होती है।
- समय पर मासिक जमा करने पर अच्छा रिटर्न मिलता है।
- किसी भी समय 3 साल के बाद आंशिक निकासी की सुविधा।
₹500 महीने जमा करने पर मेच्योरिटी अमाउंट कैलकुलेशन
यदि प्रत्येक माह ₹500 मासिक जमा किए जाएं और ब्याज दर 7.1% प्रति वर्ष हो, तो 5 साल की अवधि के अंत में आपकी कुल जमा राशि लगभग ₹30,000 होगी, जबकि ब्याज के साथ यह राशि लगभग ₹35,683 तक पहुंच जाएगी। इसका मतलब आपकी जमा राशि में लगभग ₹5,683 का ब्याज जुड़ जाएगा।
यह राशि निम्न प्रकार से बढ़ती है:
- मासिक जमा: ₹500 × 60 महीने = ₹30,000 (मुख्य राशि)
- ब्याज: लगभग ₹5,683 (5 साल के लिए कंपाउंड ब्याज)
- कुल राशि (मेच्योरिटी पर): ₹35,683 लगभग
किस तरह काम करता है ब्याज का कंपाउंडिंग?
RD में ब्याज तिमाही आधार पर कंपाउंड होता है, जिसका मतलब है कि हर तीन महीने में आपकी जमा राशि और उस पर पहले से मिला ब्याज दोनों पर ब्याज जुड़ता है। यह आपकी पूंजी को बढ़ाने में मदद करता है।
निवेश का लाभ और योजना
पोस्ट ऑफिस RD स्कीम उन लोगों के लिए बहुत उपयुक्त है जो नियमित, छोटे-छोटे निवेश के द्वारा सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न चाहते हैं। 5 साल पूरे होने पर मेच्योरिटी अमाउंट मिलने से आप अपनी आर्थिक योजनाओं को बेहतर तरीके से पूरा कर सकते हैं।