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अगर लगवाना है 78000 सब्सिडी वाला सोलर पैनल? तो इस नंबर पर मिलेगी हर जानकारी

सरकार अब दे रही है पूरे ₹78,000 की भारी सब्सिडी पर सोलर पैनल लगवाने का सुनहरा मौका! बस एक नंबर मिलाइए और घर बैठे पाएं पूरी जानकारी, वरना हाथ से निकल जाएगा ये बड़ा फायदा।

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अगर लगवाना है 78000 सब्सिडी वाला सोलर पैनल? तो इस नंबर पर मिलेगी हर जानकारी
अगर लगवाना है 78000 सब्सिडी वाला सोलर पैनल? तो इस नंबर पर मिलेगी हर जानकारी

गर्मी के मौसम में एसी, कूलर और पंखों के कारण बिजली का बिल कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में परिवारों के बजट पर भारी असर पड़ता है। बढ़ते बिजली खर्च से बचने का बेहतरीन उपाय है अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाना। इसके लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना शुरू की है, जिसके तहत लोगों को सब्सिडी दी जाती है और हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ भी मिलता है।

योजना से जुड़ी समस्या हो तो करें कॉल

अगर योजना की जानकारी सही से समझ में नहीं आ पा रही है या आवेदन प्रक्रिया में कोई दिक्कत आ रही है, तो इसके लिए सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। कोई भी नागरिक मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी (MNRE) द्वारा जारी टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-180-3333 पर कॉल करके पूरा मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है।

ऑनलाइन आवेदन कैसे करें

  • योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट pmsuryaghar.gov.in पर जाना होगा।ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
  • यहां आपको नई रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
  • बिजली वितरण कंपनी (DISCOM) का चयन करके आवेदन जमा करना होगा।ऑनलाइन आवेदन कैसे करें
  • पैनल लगने के बाद वेरिफिकेशन किया जाएगा और फिर सरकार की ओर से सब्सिडी की रकम सीधे आपके खाते में भेज दी जाएगी।

कितनी मिलेगी सब्सिडी?

सरकार अलग-अलग सोलर सिस्टम की क्षमता के हिसाब से सब्सिडी उपलब्ध कराती है।

सोलर सिस्टम क्षमतासब्सिडी राशि
1 किलोवाट (KW)₹30,000
2 किलोवाट (KW)₹60,000
3 किलोवाट (KW)₹78,000

इसके अलावा इस योजना के तहत हर परिवार को 300 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जाएगी, जिससे बिजली का अतिरिक्त खर्च लगभग खत्म हो सकता है।

क्यों लगवाएं सोलर पैनल?

  • लंबे समय तक बिजली के बिल से राहत मिलती है।
  • सरकार से सीधे वित्तीय सहायता (सब्सिडी) मिलती है।
  • पर्यावरण के लिए स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा का इस्तेमाल होता है।
  • घर की छत का उपयोग करते हुए अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचा भी जा सकता है।
Author
Vishal Kumar

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